Tag: aanto me sujan ka ayurvedic ilaj

आंतों में सूजन का आयुर्वेदिक इलाज: क्या है इसका कारण और उपचार?

पेट हमारे शरीर का वह अंग है, जो अगर प्रभावित हो जाए तो शरीर थकान और कई बीमारियों से गिर जाता है। इसलिए शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पेट का ख्याल रखना बहुत आवश्यक है लेकिन कई बार हमारी खराब दिनचर्या के चलते पेट पर बूरा प्रभाव पड़ता है और उसमें कोई न कोई बीमारी जन्म ले लेती है।

पेट से जुड़ा ऐसा ही एक विकार है आंतों की सूजन। अगर हमारी आंतों में सूजन आ जाए तो हमें कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। दरअसल, आंतें भी हमारे शरीर का प्रमुख अंग हैं। हम जो भोजन ग्रहण करते है वह आंतों से ​होकर ही मलद्वार तक पहुंचता है। हमारी आंतें पेट से भोजन और तरल पदार्थ प्राप्त कर उसे पचाने और अवशोषित करने का कार्य करती है।

इस आर्टिकल में हम आंतों में सूजन आने के कारण और उपचार के बारे में जानेंगे। साथ ही हम आपको आंतों में सूजन के आयुर्वेदिक उपचार के बारे में भी बताएंगे।

आंतों में सूजन के लक्षण क्या है?

आंतों में सूजन के लक्षण निम्नलिखित हैं।

  • खून का मवाद के साथ लगातार दस्त।
  • पेट में दर्द और ऐंठन रहना।
  • रेक्टल का दर्द होना।
  • मल के साथ खून का निकलना।
  • शौच की तीव्र इच्छा होना।
  • शौच करने में असमर्थता।
  • वजन कम होना।
  • थकान रहना।
  • बुखार आना।
  • सिरदर्द।
  • गहरे रंग का मूत्र आना।
  • बीपी लो होना।
  • उल्टी की शिकायत आदि।

आंतों में सूजन के कारण क्या है?

आंतों में सूजन के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें सबसे सामान्य कारण शामिल हैं:

  • गैस या एसिडिटी: अगर आपकी आंतों में गैस या एसिडिटी की समस्या है, तो यह आपकी आंतों में सूजन का कारण बन सकती है।
  • आंतों में इंफेक्शन: आंतों में इंफेक्शन, जैसे कि पेट के किसी हिस्से में बैक्टीरिया या वायरस का प्रवेश, भी सूजन का कारण बन सकता है।
  • गांठियाँ (अल्सर): आंतों में अल्सर या गांठियाँ होने पर भी सूजन हो सकती है।
  • आंतों की आघात: अगर आपकी आंतों में चोट या आघात हुआ है, तो यह भी सूजन का कारण बन सकता है।
  • पाचन संबंधी समस्याएँ: पाचन संबंधी समस्याओं, जैसे कि गैस्ट्राइटिस या क्रोन रोग, भी आंतों में सूजन का कारण बन सकती हैं।

आंतों में सूजन का आयुर्वेदिक इलाज क्या हैं?

आयुर्वेद में आंतों में सूजन का इलाज करने के लिए कई प्राकृतिक उपचार हो सकते हैं। यहाँ कुछ आयुर्वेदिक उपाय दिए जा रहे हैं जो आंतों की सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं:

  • त्रिफला (Triphala): त्रिफला भी पाचन को सुधारने और आंतों की सूजन को कम करने में सहायक हो सकती है।
  • गुड़ूची (Giloy): गुड़ूची आंतों की सूजन को कम करने में मदद कर सकती है। इसे गर्म पानी के साथ सेवन किया जा सकता है।
  • धनिया और जीरा: धनिया और जीरा का उपयोग भी आंतों की सूजन को कम करने में मदद कर सकता है।
  • पुदीना: पुदीना का रस भी आंतों की सूजन को कम करने में लाभदायक हो सकता है।
  • आंति दोषनाशक चूर्ण: आंति दोषनाशक चूर्ण का सेवन भी सूजन को कम करने में मदद कर सकता है।

आंतों में सूजन के दौरान क्या खाना चाहिए?

जब आपको आंतों में सूजन की समस्या होती है, तो आपको उपचार के साथ-साथ सही आहार का भी ध्यान रखना चाहिए। यहां कुछ आहार के बारे में जानकारी दी जा रही है जो आंतों में सूजन के दौरान सेवन किया जा सकता है:

खाना पचाने वाले आहार: पाचन को सुधारने के लिए हल्का और आसानी से पचने वाला आहार लें। इसमें अनाज, दाल, फल, सब्जियाँ, और दूध के उत्पाद शामिल हो सकते हैं।

प्रोटीन और विटामिन युक्त आहार: आंतों की सूजन के दौरान, प्रोटीन और विटामिन युक्त आहार खाना महत्वपूर्ण होता है। इसमें मसूर, मूंग, सोया, दूध, पनीर, दही, हरी सब्जियाँ, और फल शामिल हो सकते हैं।

हरी सब्जियाँ: हरी सब्जियाँ जैसे कि पालक, मेथी, टमाटर, और गोभी आंतों की सूजन को कम करने में मदद कर सकती हैं।

फल: फल और उनके जूस जैसे कि सेब, केला, संतरा, और नारंगी भी पाचन को सुधारने में मदद कर सकते हैं।

अनाज और दलिया: अनाज और दलिया जैसे उच्च फाइबर वाले आहार आपकी पाचन को सुधार सकते हैं और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।

आंतों में सूजन से बचाव के उपाय?

आंतों में सूजन से बचाव के लिए निम्नलिखित उपायों को अपनाना फायदेमंद हो सकता है:

स्वस्थ आहार: स्वस्थ और पाचन सही आहार लेना बहुत महत्वपूर्ण है। यहां ताजे फल, सब्जियां, अनाज, दलिया, प्रोटीन, और फाइबर युक्त आहार शामिल होना चाहिए।

हाइड्रेशन: पर्याप्त पानी पीना आंतों के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। सही हाइड्रेशन आपके पाचन को सुधार सकता है और सूजन से बचाव कर सकता है।

नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम करना आपके पाचन को सुधार सकता है और सूजन से बचाव कर सकता है। योग, प्राणायाम, और ध्यान भी यहां मददगार हो सकते हैं।

स्ट्रेस कम करें: स्ट्रेस आपके पाचन को प्रभावित कर सकता है और आंतों में सूजन को बढ़ा सकता है। स्ट्रेस को कम करने के लिए मेडिटेशन, योग, या अन्य संशोधन तकनीकों का उपयोग करें।

अधिक समय बैठे न रहें: अधिक समय बैठे रहने से आंतों में सूजन का खतरा बढ़ जाता है। नियमित अंतरालों में उठें और थोड़े समय के लिए चलें या बैठें।

समय पर खाएं: विशेष रूप से रात के खाने को समय पर खाएं और सोने से कम समय पहले खाना खाएं।

अल्कोहल और धूम्रपान का प्रतिबंध: अधिक मात्रा में अल्कोहल और धूम्रपान का सेवन आंतों के स्वास्थ्य को बिगाड़ सकता है। इसलिए इनका सेवन कम करें या बिल्कुल छोड़ दें।

यदि आपको आंतों में सूजन की समस्या है, तो उपरोक्त लक्षणों, कारणों एवं सुझावों का पालन करने के साथ डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

Pavtan Pavtan
BOOK AN APPOINTMENT