कैंसर जागरूकता कार्यक्रम, कौन से लक्षण किडनी कैंसर से पहले देखे जाते हैं?
दुनिया की लगभग 10 प्रतिशत आबादी में किडनी की बीमारियाँ आम हैं। बड़ी संख्या में पीड़ितों के पास अभी तक एक विकसित स्वास्थ्य प्रणाली नहीं है।
ज्यादातर लोग जिन्हें किडनी का कैंसर है, वे लक्षणों को नजर अंदाज़ कर देते हैं। संकेतों को नोटिस नहीं करने के कारण रोग एक उन्नत अवस्था में पहुँच जाता है। हालांकि ज्यादातर लोगों को किडनी कैंसर के लक्षणों के बारे में सटीक जानकारी नहीं होती है।
एक आम धारणा यह भी है कि कैंसर का कोई इलाज नहीं है लेकिन ऐसा नहीं है।कई संस्थाएं कैंसर का इलाज आयुर्वेदिक तरीके से भी कर रही हैं और लोग उनकी दवाओं से इलाज भी कर रहे हैं। इन्हीं संस्थाओं में से एक है नवग्रह आश्रम। नवग्रह आश्रम भीलवाड़ा जिले के रायला गांव के पास मोती बोर का खेड़ा में स्थित है।यह कैंसर सहित विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए प्रसिद्ध है। यँहा किडनी कैंसर के कुछ शुरुआती लक्षण दिए गए हैं जिन्हें आपको नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए।
किडनी कैंसर के लक्षण?
कई बार लोगों को पता ही नहीं चलता है कि उनकी किडनी में कैंसर के लक्षण दिखने लगे हैं। समय बीतता जाता है और इसके लक्षण परिपक़्व होने लगते हैं। किडनी कैंसर के लक्षण इनमें से एक या अधिक हो सकते हैं:-
1. यूरिन में खून का आना : यूरिनरीट्रैक्ट में इंफेक्शन के कारण भी यह लक्षण नजर आता है, लेकिन किडनी कैंसर से पीड़ित ज्यादातर लोगों के यूरिन में खून भी आता है।
2. शरीर में ताकत की कमी रहना: लाल रक्त कोशिकाओं की कमी से थकान हो सकती है। हालांकि ज्यादातर लोगों के लिए थकान एक छोटी सी समस्या हो सकती है, लेकिन कैंसर से जुड़ी थकान अलग होती है।
3. बेवजह वजन घटना: यदि बिना किसी व्यायाम या मेहनत के शरीर का वजन बेवजह घटने लगे, तो यह चिंताजनक स्थिति हो सकती है और यह किडनी कैंसर का मौन लक्षण हो सकता है। थकान और भूख न लगने के चलते भी एक समयावधि के बाद वजन घटने लगता है।
4. मूत्र की मात्रा में अचानक कमी होना
5. अचानक अधिक मात्रा में मूत्र की मात्रा बढ़ जाना
6. मूत्र में पीलापन होना
7. मूत्र में अत्यधिक झाग़ आना
8. शरीर पर अत्यधिक छोटी छोटी फुंसी होना
9. शरीर में अत्यधिक खुजली होना
10. हीमोग्लोबिन का लगातार धीरे धीरे कम होना
11. मूत्र में लगातार प्रोटीन का निकलना
12. किडनी के दोनों भाग में सूजन आना
इन लक्षणों से किडनी के कैंसर का पहचान किया जा सकता है। इनमें से किसी भी लक्षण अगर महसूस करे या कोई लक्षण लम्बे समय तक रहे तो डॉक्टर से सम्पर्क करें।
किडनी को नुकसान पहुंचाने वाले कारक?
कई तरह से किडनी को नुकसान पहुंच सकता है। जिन लोगों को डायबिटीज के साथ ही उच्च रक्तचाप की समस्या है, उन्हें इन दोनों ही समस्याओं को कंट्रोल में रखना चाहिए, क्योंकि ये दोनों रोग किडनी को प्रभावित करते हैं। इसके अलावा, मोटापा, धूम्रपान और उम्र बढ़ने से भी किडनी की बीमारी का खतरा बढ़ सकता है। अगर आपका ब्लड शुगर लेवल और ब्लड प्रेशर नियंत्रित नहीं रहेगा तो किडनी की रक्त धमनियां खराब हो जाएंगी, जिसका असर किडनी की कार्यप्रणाली पर भी पड़ेगा।
क्या शुरुआत मे किडनी कैंसर का पता लगाया जा सकता है ?
किडनी कैंसर का पता शुरुआत मे धीमी गति चलता हैं, जबकि कुछ में लक्षण सीमित रहते हैं। इनका पता जब तक नहीं चलता जब तक कि वे शरीर के अन्य भागों में फैल नहीं जाते। कुछ टेस्ट है जो किडनी कैंसर को शुरुआत मे पता लगा सकते है जैसे यूरिन टेस्ट, सीटी स्कैन,एमआरआई।
समय रहते इनकी पहचान कर हम इस बीमारी से बच सकते हैं। कैंसर का इलाज संभव है। अधिक जानकारी के लिए आप नवग्रह आश्रम में संपर्क कर सकते हैं।