नकसीर या नाक से खून बहने की समस्या क्यों होती है? जानें इसके आयुर्वेदिक इलाज के बारे में

नकसीर

कभी न कभी आप नाक से खून बहने की समस्या से अवश्य गुजरे होंगे। यूं तो यह एक सामान्य समस्या है, लेकिन अगर बार बार नाक से खून आए तो गंभीर भी हो सकती है। ऐसे में आज हम इस आर्टिकल में नकसीर की समस्या, कारण और इसकी रोकथाम के आयुर्वेदिक उपायों के बारे में जानेंगे।

नकसीर की समस्या क्या होती है?

नकसीर का अर्थ होता है नाक से खून का बहना। यह एक सामान्य चिकित्सा समस्या है जो कई कारणों से हो सकती है, जैसे कि नाक की चोट, नाक के अंदरी इंजेक्शन, नाक के पास की किसी नस का फटना, या नाक की शारीरिक संरचना में कोई गड़बड़ी होना।

नकसीर को अंग्रेज़ी में ‘Epistaxis’ कहा जाता है, और यह नाक से रक्तस्राव की स्थिति है। यह एक सामान्य रोग है जो किसी भी उम्र के लोगों में हो सकता है। सामान्य रूप से, नकसीर आमतौर पर स्वयं ही समाप्त हो जाती है, लेकिन कभी-कभी यह गंभीर हो सकती है और चिकित्सा की आवश्यकता होती है।

हालांकि, लंबे समय तक नकसीर का सामना करने वाले लोगों को चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए, क्योंकि यह किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत भी हो सकता है।

नाक से खून बहने के कारण क्या हैं?

नाक से खून आना गंभीर और सामान्य, दोनों प्रकार की स्थिति है। नाक से खून आना कितना गंभीर है यह व्यक्ति की अवस्था पर निर्भर करता है। नाक में कई रक्त वाहिकाएं मौजूद होती हैं, जो नाक के आगे और पीछे की सतह के पास स्थित होती हैं और ये काफी नाजुक भी होती हैं, यही कारण है कि कई बार आसानी से इससे खून बहने लगता है। गर्मी के ​दिनों में ऐसा अधिक देखने को मिलता है। 3 वर्ष से 10 वर्ष तक की आयु के बच्चों में नकसीर की समस्या बहुत आम है।

अगर हम बात करें कि नाक से खून क्यों आता है। तो इसका आसान जवाब यह है कि नाक से खून बहने की समस्या नाक की रक्त वाहिकाओं में रक्तस्राव की वजह से होती है। इसका सबसे मुख्य कारण नाक में उपस्थित झिल्ली का सूख जाना या नाक में चोट लगना है।

आमतौर पर नकसीर की समस्या स्वत: ही ठीक हो जाती है। लेकिन यह समस्या अगर बार-बार हो रही है तो इसका कारण खून की कमी यानी एनीमिया भी हो सकता है। ऐसे में चिकित्सक की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।

नकसीर की समस्या का अधिक खतरा किसे है?

बार-बार उंगली डालकर नाक साफ करना, संक्रमण, हाइपरटेंशन यानी तनाव, बीपी बढ़ने या खून पतला करने वाली दवाओं का सेवन करने वाले रोगियों को नकसीर की समस्या अधिक रहती है।
इसके अलावा एनीमिया, आईटीपी में प्लेटलेट्स घटने और ब्लड कैंसर के रोगियों में भी ये समस्या देखने को मिलती है, लेकिन ऐसे कुछ ही मामलों में होता है।

नाक से खून क्यों बहता है?

आम तौर पर नाक से खून बहने के दो कारण होते हैं। नाक को किसी कठोर चीज से खुजलाना या किसी नुकीली चीज से नाक को साफ करना और दूसरा गर्मी की वजह से भी यह समस्या देखने को मिलती है। गर्मी में नाक से खून आना बहुत सामान्य घटना है। ऐसा हम सब कभी न कभी अनुभव कर चुके हैं कि गर्मी की वज​ह से नाक में खून आया हो। साथ ही शुष्क हवा की वजह से जब नाक की झिल्ली सूख जाती है, तब भी नाक से खून आता है। यह गर्मी की वजह से खून आने की समस्या का ही दूसरा रूप है।

नाक से खून बहने के अन्य कारण

  • शराब का अधिक सेवन करना
  • नाक में ट्यूमर
  • विटामिंस की कमी
  • हेमोफिलिया
  • रक्त पतला करने वाली दवाओं का सेवन
  • दवाओं का दुष्प्रभाव
  • कोकीन का सेवन
  • बार बार नाक का बहना
  • नाक में गंभीर प्रकार की चोट
  • नाक में दवा का स्प्रे आदि।

नकसीर से बचने के कुछ घरेलु उपाय:

सिर में ठंडा पानी डाले – नाक से खून बहने के दौरान सिर को झूकाकर ठंडे पानी को सिर पर धार बनाकर डालेंगे तो नाक से खून बहना बंद हो सकता है।

शरीर में पानी की पूर्ति- शरीर में पानी की कमी से भी नाक में रक्तस्राव की समस्या हो सकती है। ऐसे में इस समस्या से छूटकारा पाने के लिए गर्मी के मौसम में अधिक से अधिक पानी पीना और तरल पदार्थों का सेवन करना फायदेमंद होता है।

बर्फ की सिकाई – नाक से खून बहने पर बर्फ के टुकड़े को कपड़े से लपेटकर, इसे नाक पर लगाकर 4 से 5 मिनट तक सिकाई करें, इससे रक्तस्राव रुक जाता है।

विटामिन ई- एक विटामिन ई का कैप्‍सूल लेकर उसका तेल एक कटोरी में निकाल लें, बाद में इस तेल को नथुनों पर लगाकर रातभर के लिए छोड़ दें। इससे भी नाक से रक्तस्त्राव की समस्या से आराम मिलता है।

भाप – भाप लेने से भी नाक से रक्तस्त्राव से आराम मिलता है। भाप लेने से नाक गुहा में नमी बनती है और सूखापन हट जाता है, जिससे रक्त बहना बंद हो जाता है।

यह कुछ उपाय अपनाकर आप नाक से खून बहने की समस्या से निजात एवं आराम पा सकते हैं। लेकिन अगर यह समस्या बार बार हो रही है, तो ऐसी ​स्थिति में चिकित्सक से सम्पर्क अवश्य करना चाहिए।

नकसीर की समस्या का आयुर्वेदिक उपचार

पीपल के पत्ते

आयुर्वेद के अनुसार, पीपल के पत्ते घाव को जल्दी भरने, सूजन कम करने और त्वचा को हील करने में मददगार हैं। नाक से खून आने की समस्या में पीपल के पत्ते को पीसकर, उसके रस की 5-7 बूंदें नाक में डालने से राहत मिलती है।

घी का इस्तेमाल

नकसीर से राहत पाने के लिए घी भी उपयोगी है। घी में मौजूद गुण नाक की ड्राईनेस को कम करते हैं। इससे नाक से खून निकलने की परेशानी से छुटकारा मिल सकता है।

शीशम

आयुर्वेद में शीशम के पत्तों, जड़ और छाल का विशेष महत्व है। नकसीर की समस्या में शीशम के पत्तों के रस की कुछ बूंदों को नाक में डालने से खून बहना बंद हो जाता है।

बेल

नकसीर की समस्या से निजात पाने के लिए बेल के पत्तों को पानी में उबालकर, इसमें मिश्री मिलाकर पिएं। इसके नियमित सेवन से लाभ होगा।

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