कमर के निचले हिस्से में होने वाला दर्द ले सकता है गंभीर रूप, अपनाएँ ये घरेलू आयुर्वेदिक नुस्खें

कमर के निचले हिस्से में होने वाला दर्द

उम्र बढ़ने के साथ-साथ शरीर में कई तरह की परेशानियां होने लगती है। अब ना सिर्फ बुढ़ापे में बल्कि जवानी में भी लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ हो रही है। इसका सबसे बड़ा कारण है बदलती लाइफस्टाइल और शारीरिक हरकत में कम। दरअसल, दिन का ज्यादातर समय ऑफिस में घंटों कुर्सी पर बैठे-बैठे निकल जाता है। इसके अलावा हेल्दी खाने की जगह जंक फ़ूड का सेवन बढ़ गया है। साथ ही एक्सरसाइज या व्यायाम की कमी शरीर में कई तरह की बीमारियां बढ़ा देती है। सबसे ज्यादा अगर लोग किसी दिक्कत से परेशान रहते हैं तो वो है कमर दर्द।

पीठ दर्द, कमर दर्द, या बैक पैन आम शारीरिक बीमारियों में से एक है। ये बीमारी हर दूसरे व्यक्ति को अपने चपेट में ले लेती है। बदलती लाइफस्टाइल और खासकर ऑफिस में लंबे समय तक एक ही जगह गलत पॉश्चर में बैठने के कारण कमर के निचले हिस्से में दर्द होना शुरू हो जाता है। दरअसल, इससे रीढ़ को सहारा देने वाली मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है और फिर उनमें अकड़न आ जाती है। इससे पहले तो कमर दर्द होना शुरू हो जाता है। फिर ये दर्द धीरे-धीरे कमर के निचले हिस्से तक पहुँच जाता है। कुछ समय तक तो लोग इसे आम समझकर नजरअंदाज करते हैं, लेकिन अगर कमर के निचले हिस्से में दर्द लंबे समय तक बना रहे तो इसे इग्नोर नहीं करना चाहिए। आमतौर पर कमरदर्द या कमर के निचले हिस्से में होने वाले दर्द से छुटकारा पाने के लिए आप आयुर्वेदिक इलाज की मदद ले सकते हैं। आप साधारण घरेलू आयुर्वेदिक नुस्खे अपनाकर कमर के निचले हिस्से में होने वाले दर्द को दूर कर सकते हैं। हम आपको इस आर्टिकल में कमर के निचले हिस्से में दर्द होना कारण, इसके लक्षण और इससे राहत पाने के आयुर्वेदिक उपायों के बारे में बताएंगे।

कमर के निचले हिस्से में दर्द होने के क्या कारण हैं?

कमर के निचले हिस्से में दर्द होने के कई कारण हैं जिनके बारे में हम आपको बता रहे हैं-

ख़राब पॉश्चर

दरअसल, जब भी आप लंबे समय तक गलत तरीके से बैठते हैं तो इससे मांसपेशियों में खिंचाव होने लगता है। इसके अलावा गलत तरीके या गलत पॉश्चर में घूमने से भी पीठ के निचले हिस्से में दर्द महसूस होने लगता है। इसके अलावा लंबे समय तक एक ही जैसी पोजीशन में बैठने से भी कमर के निचले हिस्से में दर्द होना शुरू हो जाता है।

मांसपेशियों में मोच आना

कमर के निचले हिस्से में दर्द होने का एक और कारण मांसपेशियों में मोच आना भी हो सकता है। दरअसल, कई बार गलत तरीके से बैठने और उठने से या फिर गलत तरीके से एक्‍सरसाइज करने से मांसपेशियों में खिंचाव हो जाता है। इससे बाद में दर्द होने लगता है।

किडनी में पथरी होना

कई बार लोअर बैक पैन किडनी में पथरी होने कारण भी होने लगता है। इससे असहनीय दर्द होता है। ये दर्द पीठ के निचले हिस्से तक फ़ैल जाता है। जब आपको मूत्र में रक्त, बार-बार पेशाब आना और मतली जैसे लक्षणों के साथ पीठ के निचले हिस्से में भी दर्द होने लगे तो आप तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।

अकड़न

इन दिनों महिलाओं में अकड़न की समस्या आम हो गई है। अकड़न के कारण पीठ निचले हिस्से की मांसपेशियां ज्यादा सिकुड़ जाती है या फिर अकड़ जाती है। ऐसे में कमर अंदर घुस जाती है और हिप्स ऊपर की तरफ निकल जाते हैं। इससे शरीर का शेप भी भद्दा लगता है और हमेश लोअर बैक पैन होने लगता है।

कमजोर कोर मांसपेशियां

जब रीढ़ की हड्डी को सुरक्षित ना किया जाए तो तो कमर में दर्द होना शुरू हो जाता है। कोर मसल्स रीढ़ की हड्डी से दोनों तरफ से जुड़ी होती हैं। अगर कोर कमजोर होती है तो रीढ़ की हड्डी में दर्द होने लगता है। ये दर्द निचले हिस्से तक फ़ैल जाता है।

कमर के निचले हिस्से में दर्द होने के लक्षण क्या है?

  • पीठ पर खिंचाव
  • अचानक दर्द होना
  • सुन्न होना
  • चेहरे की चमक खो जाना
  • रीढ़ की हड्डी का दबाव
  • वजन बढ़ना
  • तनाव
  • दर्द का पैरों की तरफ बढ़ना

कमर के निचले हिस्से में दर्द से बचाव के आयुर्वेदिक उपाय क्या हैं?

यदि आप भी हल्के या गंभीर लोअर बैक पैन यानी कमर के निचले हिस्से में दर्द से परेशान हैं तो हम आपको आज कुछ ऐसे सरल आयुर्वेदिक उपाय बता रहे हैं, जिन्हें आप घर में अपनाकर इस दर्द से राहत पा सकते हैं।

अदरक

कमर के निचले हिस्से में दर्द से आपको अदरक राहत दिला सकती है। आप ताज़ी अदरक के चार-पांच टुकड़े लें और उसमें डेढ़ कप पानी डालकर करीब 15 मिनट तक उबालें। जब वह ठंडा हो जाए तो आप उस पानी में जरा-सा शहद मिलाकर पी लें। आप अदरक का पेस्ट बनाकर दर्द वाली जगह पर भी लगा सकते हैं। इससे आपको राहत मिलेगी।

सरसो का तेल

सरसो का तेल हर तरह के दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है। आप सरसो के तेल को हल्का गर्म करके उसे दर्द वाले हिस्से पर लगाकर हल्के हाथ से मालिश करें। आप चाहे तो सरसो के तेल में 10-12 लहसुन की कलियां और एक चम्मच अजवाइन डालकर उसे अच्छे से उबाल लें। फिर आप इसे ठंडा करके मालिश कर लें।

खसखस के बीज

कमर दर्द और कमर के निचले हिस्से में दर्द से राहत दिलाने में खसखस के बीज काफी असरदार है। आप आधा कप खसखस के बीज और उसमें थोड़ी सी मिश्री डालकर पीस लें। फिर इसे रोजाना सुबह और शाम को दूध में एक चम्मच डालकर पी लें।

तुलसी

कई चमत्कारी गुणों से भरपूर तुलसी कमर और उसके निचले हिस्से में होने वाले दर्द को ठीक करने में राहत दिलाएगी। आप एक कप पानी में तुलसी की 10 पत्तियां डालकर उबाल लें। फिर आप उसे ठंडा करने के बढ़ उसमें एक चुटकी नमक डालकर पी लें।

गेहूं

रोजाना खाने में इस्तेमाल होने वाले गेंहूं भी आपके लोअर बैक पैन से राहत दिलाने में मदद करेंगे। दरअसल, गेहूं में कई इसे दर्द निवारक गुण मौजूद होते हैं जो कमर के निचले हिस्से में होने वाले दर्द से छुटकारा दिला सकते हैं। आप रोजाना एक ग्लास पानी में एक मुट्ठी गेहूं डालकर रख दें और अगले दिन गेहूं को एक ग्लास दूध में डालकर गर्म कर लें। आप इसका दिन में दो बार सेवन करें, इससे आपको कमर दर्द से राहत मिल सकती है।

लहसुन

लहसुन वैसे तो शरीर के हर हिस्से के लिए बहुत फायदेमंद है। लेकिन आप इसका इस्तेमाल कमर के निचले हिस्से में होने वाले दर्द को कम करने के लिए भी कर सकते हैं। आप सरसो के तेल में लहसुन की कुछ कलियों को डाल दें और उसे अच्छे से उबाल लें। फिर तेल ठंडा होने पर आप उस तेल से दर्द वाली जगह पर मसाज करें। इससे आपके दर्द में काफी राहत मिलेगी।

Pavtan Pavtan
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