आयुर्वेदिक औषधियों के उपयोग से अपना इलाज खुद घर बैठे करें
आयुर्वेद में सभी रोगों का इलाज है। विभिन्न प्रकार की जड़ी-बूटियों के सेवन से जटिल रोगों को भी आसानी से समाप्त किया जा सकता है। लगभग हर बीमारी में घरेलू रूप से इनका सेवन करने से व्यक्ति स्वस्थ रहता है साथ ही जड़ी बूटियों का कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक इस मौसम में सभी लोगों को अपने खान-पान पर खास ध्यान देने की जरूरत है। काढ़े, औषधि और कई प्रकार की जड़ी-बूटियों का सेवन शरीर को आंतरिक गर्मी प्रदान कर रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। इसके अलावा किसी भी आहार, योग और किसी आयुर्वेदिक औषधि का सेवन अपने अनुसार नहीं करना चाहिए। इसके लिए आपको किसी विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए। कई संस्थाएं आयुर्वेदिक तरीके से इसका इलाज कर रही हैं और लोग उनकी दवाओं से ठीक भी हो रहे हैं। ऐसी ही एक संस्था है नवग्रह आश्रम। भीलवाड़ा जिले के रायला गांव के पास मोती बोर का खेड़ा स्थित नवग्रह आश्रम कैंसर सहित कई बीमारियों के इलाज के लिए विश्व प्रसिद्ध है।
1.गाजर का घरेलू उपयोग
ऐसा कोई पोषक तत्व नहीं है जो गाजर में नहीं पाया जाता है। इसलिए गाजर को सर्दियों का सुपरफूड कहा जाता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं।
→गाजर में विटामिन ए भरपूर मात्रा में पाया जाता है। खून में आयरन की कमी के कारण लाल रक्त कणिकाओं का निर्माण नहीं हो पाता है, जो एनीमिया का कारण होता है। गाजर को कद्दूकस करके दूध में उबालकर खीर की तरह खाने से दिल को ताकत मिलती है, खून की कमी दूर होती है।
→हड्डियों का स्वास्थ्य पूरी तरह से व्यक्ति की जीवनशैली पर निर्भर करता है। गाजर को नियमित रूप से सलाद, आचार,सब्जी या जूस के रूप में भोजन में शामिल करने पर हड्डियों में कैल्शियम और अन्य खनिजों की मात्रा में बढ़ोतरी होती है।
→गाजर में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है, जो शरीर की पाचन शक्ति को बढ़ाता है।
→गाजर का जूस बीटा कैरोटीन से भरपूर होता है। ये तनाव कम करने में मददगार साबित होते हैं।
2. लहसुन का घरेलू उपयोग
लहसुन एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक के रूप में कार्य करता है। लहसुन शरीर में होने वाली कई बीमारियों जैसे बवासीर, कब्ज और कान दर्द आदि को दूर करने में मदद करता है। आइए जानते हैं खाली पेट लहसुन खाने के चमत्कारी फायदों के बारे में। बवासीर और कब्ज जैसी बीमारियों के लिए लहसुन का इस्तेमाल सबसे अच्छा इलाज है।
आप को बता दें एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध के मुताबिक लहसुन एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-वायरल गुणों से भरपूर होता है।
→लहसुन में मौजूद फाइबर्स कब्ज और पेट दर्द की प्रॉब्लम दूर करते हैं। इससे कमजोरी दूर होती है। बॉडी को एनर्जी मिलती है। लहसुन में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम होता है। इससे हड्डियां मजबूत होती हैं।
→रोजाना लहसुन की कुछ कलियां खाने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। जिन लोगों को ब्लड प्रेशर की समस्या रहती है उनके लिए लहसुन बहुत फायदेमंद माना जाता है।
3. करेले के घरेलू उपयोग
करेले की सब्जी,आचार और जूस सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। करेले की सब्जी भले ही सभी लोग कड़वे होने के कारण नहीं खाते हैं, लेकिन उन्हें इसके फायदे की जानकारी जरूर होनी चाहिए। आमतौर पर लोग सिर्फ यह जानते हैं कि करेले से मधुमेह में फायदा होता है, लेकिन सच तो यह है कि करेले के सेवन से आप कई बीमारियों को भी ठीक कर सकते हैं।
→पूरी दुनिया में बहुत से लोग मधुमेह से पीड़ित हैं। करेला मधुमेह में लाभकारी होता है। करेले को सुखाकर बारीक चूर्ण बना लें। इसे 3-6 ग्राम पानी या शहद के साथ लें। यह मधुमेह में लाभदायक है। यह अग्न्याशय को स्वस्थ बनाकर इंसुलिन के उत्पादन को सही करने में मदद करता है।
→करेले के ताजे फलों के रस में कई पोषक तत्व होते हैं। पीलिया से पीड़ित लोग करेले के सेवन से लाभ उठा सकते हैं। करेले के पत्तों के रस को पीने से पीलिया रोग में लाभ होता है।
→जो लोग अधिक शराब का सेवन करते हैं, और इससे होने वाली बीमारी से परेशान रहते हैं। उन लोगों को 15-20 मिलीलीटर करेले के पत्तों का रस छाछ के साथ लेना चाहिए। अधिक शराब पीने से होने वाले लीवर की बीमारी में लाभ होता है।
इसके अतिरिक्त पाठक अधिक जानकारी के लिए श्री नवग्रह आश्रम, मोती बोर का खेड़ा, रायला, जिला भीलवाड़ा सम्पर्क कर सकते हैं। श्री नवग्रह आश्रम आयुर्वेदिक पद्धति से कैंसर उपचार की अग्रणी संस्था है। श्री नवग्रह आश्रम अब तक विभिन्न बीमारियों के 55 हज़ार से अधिक रोगियों को आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति ठीक कर चुका है।
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